1 भाग
218 बार पढा गया
10 पसंद किया गया
स्त्री का मन -----------------● उसकी व्यथा है वह अबूझ है वह जीवन है,तत्व रूप न आकार ,न साकार दोनों के मध्य स्थित परिपूर्ण सी समा रखी है उसने विरोधाभास खुद में ...