1 भाग
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आसमान को देखती हूं, बहुत देर तक ! कुछ तारे हैं जो हमेशा टिमटिमाते है, कुछ मानो मुस्कुरा रहे हैं ! कुछ तारे टूटते हैं, कुछ उल्का बनकर गिरते हैं ! ...