1 भाग
171 बार पढा गया
7 पसंद किया गया
बदलते परिवेश में इंसानियत भुलाना नहीं अच्छा।। नफरत की आग में बढ़ते को यूँ, गिराना नहीं अच्छा।। तड़प-तड़प के मर जाते हैं यहाँ भूख से बिलखते बच्चे।। यूँ मंदिरों, मजारों में ...