एक खत प्रभु को

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बहुत लगाया जोर मगर, लेकिन अब हिम्मत हारी है  इसीलिए खत प्रभु को लिखना, मेरी अब लाचारी है।।  कहते हो खुद को भगवन, कि दुनिया का मैं मालिक हूँ सबका मैं ...

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