दिल का मैं बुरा नहीं

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सनम तेरी रजा यही, तो जी भर के कोस ले प्यार न रहा हो दिल में, नफरतों को खोल दे।।  है समय की चाल ये, है मेरी नियति यही तुम बुरा ...

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