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गुलशन-ए-महबूब मेरा, आजकल मिलता नहीं चाँद छाया आसमा में, चाँद मेरा दिखता नहीं।। गुलशन-ए-महबूब मेरा - - - - - - - - - - - हुस्न की, उसकी कयामत, का कोई ...