गीता स्मृति

1 भाग

188 बार पढा गया

8 पसंद किया गया

गीता स्मृति जिंदगी में आए थे तुम, बन गुलाबी फूल से। एक हीरा पा लिया था, गांव की उस धूल से। प्रीत की अनुभूति देकर, हो गए अनुकूल से। भूल पाया ...

×