यादें कुछ अनकही सी...!

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31/12/2021 शुक्रवार डियर डायरी,  यादें कुछ अनकही सी। बातें कुछ अनसुनी सी। कहना बहुत कुछ है लेकिन लफ्ज नही है, खामोशियां है चीखती सी… 2021 की यादें अनकही सी बस इतनी ...

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