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30/12/2021 गुरुवार डियर डायरी, अश्क गिरते हैं निगाहों से, तेरे इंतजार में बस खाली होने को है दरिया अब ए हमराही। एक कतरा उम्मीद जलाए है रोशनी चिरागो में.. अब देर ...