1 भाग
172 बार पढा गया
7 पसंद किया गया
खामोशी खामोशी से मैं सब कुछ सहर्ष स्वीकारती हुँ जब मेरे घोसले के परिंदे उड़ जाते हैं खामोशी से मैं उनके उड़ने की तैयारियों ...