मेर शहर में

1 भाग

319 बार पढा गया

7 पसंद किया गया

ये कैसी फ़िज़ा मेरे शहर से गुजरने लगी है !  नफरतों की आग सीने में  दहकने लगी है !  मोहब्बतो की मिसालों से  रोशन हुआ करता था जहाँ बेईमानी , घोखेबाजी, ...

×