जीवन का फलसफा

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जीवन का फ़लसफ़ा तो आना और जाना है चलना, गिरना, उठना, फिर आगे बढ़ना है।। हे ! मानव न घबरा तू, जीवन के कष्टों से आती है सहर सलोनी, काली रैना ...

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