कविता ःहकीकत

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कविताःहकीकत ये दुनिया फसानों पे फसाना आधी हकीकत तो आधी रुमानी सीखते रहने का नाम है जिंदगानी चलते रहना अपनी कहानी परिवर्तन प्रकृति का नियम है हम आज हैं यहां कल ...

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