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गीत तेरी स्वर लहरी से बहती कोकिलकंठी रसधार लिखूं। मेरे गीतों में बनता है, तेरा यौवन आधार लिखूं।। नागिन सी बलखाती दिखती, कटि तक जाती लंबी चोटी। उर्वसी मेनका से बढ़कर, ...