तेरी यादें

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अलग सी दुनिया थी मेरी, बस खुद में बसने वाली; जाने कहां से आ गया वो, बिन बुलाए मेहमान सा था वो; जाने अनजाने मिल जाती थी नजरें, चाहे अनचाहे से ...

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