कविता ःसुबह

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कविता ःसुबह ऐसी कोई रात नहीं जिसकी सुबह नहीं होगी आज की मेहनत कल जरूर सफल होगी सुबह होता है जब आसमान पे तिमिर अंध दूर होता निरंतर धरा से नव ...

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