जब आन घटा बरसे

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जब आन घटा बरसे! जब आन घटा बरसे! निज मान को प्राण दो परमार्थ मन तरसे, अभिमान सदा को त्याग दो। पल भर का है साथ तेरा, थोड़ी दूरी तक है ...

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