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कविता ःबाल विवाह *****-----****** गुड़िया का ब्याह रचाना था मुझको पायल चूड़ी बिंदी संग सजाना था उसको बाबुल तूने ये क्या किया गुड़िया की जगह मुझको बिठा दिया मैं तुमपर इतनी ...