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ऐ मेरे रब इतनी थोड़ी सी मेहरबानी कर दे, जिंदा फिर से सब की ऑ॑खों का पानी कर दे। गुजर जाते हैं जो सड़कों में खूनी नजारे देखकर, उन ठंडे रगों ...