कविता ः धरती की शिकायत

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कविता ः धरती की शिकायत _______________________ वनों को तुम यूं न उजाड़ा करो बादलों को तुम यूं विदा न करो तूफान अधिक शोर मचाएंगे जब समुद्र अधिक तप जाएंगे हे मानव!,तुम ...

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