तुम्हारे शहर का जाने रिवाज कैसा है।

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तुम्हारे शहर का जाने रिवाज कैसा है। पूछता कोई नही है मिज़ाज कैसा है। ❤️ ना कोई रख्ते सफर ना कोई महरम अपना। बीमारे इश्क का का जाने इलाज कैसा है। ...

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