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उन्हें सुन कर हमारा हृदय बैठ गया। धर्मसंकट में फंस चुके थे हम। एक तरफ गांव की मिट्टी थी जिसमे खेलते हुए हम बड़े हुए थे। तो दूसरी तरफ हमारा प्रेम ...