तू आशिकी तू ही जूनून (introduction)

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  वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥     इंट्रोडक्शन         राजवीर शेखावत                      ये है ...

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