लेखनी

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अपने शब्दों का मध्म है लेखनी दिल का आईना है लेखनी जो कह न से उसका आधार है लेखनी  जज्बातों को उभरता है लेखनी  उमड़ती कोई भावनाओं का सहारा है लेखनी  ...

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