लेखनी...

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एक लेखक का मान है लेखनी, हर दिल अजीज, लेखक की जान है उसकी लेखनी। हंसना,रोना , पाना, खोना जाने कितने भावो को उकेरती है। कभी अरमान छोड़ती है तो कभी ...

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