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सच्चा पदिल (कविता) कोई हुनर के पीछे था भागा, सोहरत के पीछे कोई भागता है। जो है सच्चा प्रेमी वो दोनों को छोड़े, सच्चे दिल को ही वो बस ताकता है। ...