पारलौकिक संपदा

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*पारलौकिक संपदा* कोमल भाव प्रधान मन,है आध्यात्मिक रूप। इसके आगे हीन हैं, बड़े बड़े नर भूप।। ईश्वर ने जो भी दिया,हो उस पर विश्वास। जो ईश्वर को मानता,होता नहीं उदास।। ईश्वर ...

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