209 भाग
190 बार पढा गया
16 पसंद किया गया
कमज़ोर कहां हो तुम नारी नारी तू नारायणी तू शक्ति स्वरूपा । तू जगत जननी श्रृष्टि आधार ।। मत आँसुओ तले खुद को धो । ये जो आँसू का सैलाब पास ...