1 भाग
251 बार पढा गया
27 पसंद किया गया
........नया मोड़...... आंखों में बसी है नमी खुदा क्यों हो रही हु मैं खुदसे जुदा चाहती हूं कोई दिल से लगाए हो रही हूं खुद मे ही जैसे गुमसुदा अजीब सा ...