इंसान को फरिश्तों से कमतर समझ लिया

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💖💖 ग़ज़ल💖💖 इंसान को फरिश्तो से कमतर समझ लिया।💖 गुस्से को तुमने प्यार का तेवर समझ लिया।💖 आंखों में तेरी डूब कर आया मुझे खयाल। दरिया था उसे मैंने समंदर समझ ...

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