ऐसे भाव ना खाया करो

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तेरी मुस्कान जीने का सहारा है रूठा मत कर ऐ मेरी जान तू ही तो जीने का सहारा है कर ले लाख सितम कुछ ना कहूंगी जो तू मुस्कुराना छोड़ देता ...

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