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🌹कविता ःआदिशक्ति🌹 सकल ब्रह्म मय स्वरुपा तुम हे,आदि अनंत संपूर्ण जगत के पालनहारी आदिशक्ति तुम भवानी तुमसे ही साँसें जगत की तुम ही हो विश्वास तुम दिनरात बनकर निभाती सृष्टि धाम ...