छोड़ दिया है

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पुरानी  राहों  को इक नया  मोड़  दिया  है  हाँ  मैंने  उस पर लिखना  छोड़  दिया है  हर लफ्ज़ में करती थी जो जिक्र उसका  आज  उस  कलम  को भी तोड़  दिया  ...

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