कविता ःनैना तरसे

1 भाग

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कविता ःनैना मेरे तरसे ओ अंबे भवानी, शेरों वाली अब तो दरस दिखा जा माँ ।। तेरे दर्शन को नैना मेरे तरसे तू पहाड़ा बुला ले माँ ।। तू ममता मयी ...

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