कविता ःनसीब

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कविता ःनसीब ~~~~~~~~~~ नसीब को क्यों देते दुहाई हम जब कर्म ही हमारे नसीब का निर्माता है.. फिर भी..हम कहते नसीब से ही मिलता ये सुंदर जीवन नसीब पर ही ये ...

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