रेत का कोई महल हो देर तक टिकता नहीं। लाख पर्दे में छुपा लो सच कभी छुपता नहीं। ❤️ कोई महलों में मकीं

1 भाग

779 बार पढा गया

6 पसंद किया गया

रेत का कोई महल हो देर तक टिकता नहीं। लाख पर्दे में छुपा लो सच कभी छुपता नहीं। ❤️ कोई महलों में मकीं है कोई है फुटपाथ पर। सबको किस्मत इस ...

×