देवी प्रसाद मिश्र की कविता--मुसलमान

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कहते हैं वे विपत्ति की तरह आए  कहते हैं वे प्रदूषण की तरह फैले  वे व्याधि थे  ब्राह्मण कहते थे वे मलेच्छ थे  वे मुसलमान थे  उन्होंने अपने घोड़े सिंधु में ...

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