राग दरबारी (उपन्यास) : श्रीलाल शुक्ल

17 भाग

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रुप्पन बाबू स्थानीय नेता थे। उनका व्यक्तित्व इस आरोप को काट देता था कि इण्डिया में नेता होने के लिए पहले धूप में बाल सफ़ेद करने पड़ते हैं। उनके नेता होने ...

अध्याय

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