अमरप्रेम

151 भाग

352 बार पढा गया

10 पसंद किया गया

नमन मंच मेरे जज्बात,         अमरप्रेम  दिल मैं बसा रखी तेरी प्रीत । कितना मधुर वो पल था ।। याद अमिट वो मेरे उर मैं आज भी है ...

अध्याय

×