151 भाग
263 बार पढा गया
7 पसंद किया गया
नमन मंच मेरी लेखनी, आत्मा को परमात्मा की गुहार । रूबरू होती आत्मा से परमात्मा की रोज बात आमने सामने होती । कहती मनुज से आत्मा ।। है मनुज कर्म तेरे ...