कविता ःःयोग से होगी निरोगी काया

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योग से होगी निरोगी काया ********************** अनन्त आकाश हुआ प्रफुल्ल जब मिला उसे दिवाकर का साथ मन के आकाश में बसा लो सूर्य को और बना लो मन प्राण प्रफुल्ल श्वास ...

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