हवन का महत्व

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श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान ने कार्तिक बदी अष्टमी, विक्रमी सम्वत् 1542 (सन् 1485 में) सम्भराथल धोरै पे कलश स्थापित कर अमृत पाहल पिला शिरोमणि बिश्नोई पंथ का प्रवर्तन किया। तब बिश्नोई ...

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