1 भाग
278 बार पढा गया
16 पसंद किया गया
नमन मंच मेरी लेखनी, डाली से टूटकर फुल माँ माँ तुझ से बिछड़ने के बाद। मानो लगा ऐसा डाली से गिरा फूल।। पैरो तले रोन्दा गया कुचला में गया। दशा ...