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कविता ःबदलेंगे हम जहां को ★★★★★★★★★★★★★ हाथों में उम्मीद और हौसले को ताकत बनाकर हथेलियों में मेहनत की लकीरें खींचकर बदलेंगे हम इस जहां को.... न रहे कहीं कोई कचरा,न होगी ...