मूर्ख मित्र

89 भाग

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मूर्ख मित्र-पंचतंत्र किसी राजा के राजमहल में एक बन्दर सेवक के रुप में रहता था । वह राजा का बहुत विश्वास-पात्र और भक्त था । अन्तःपुर में भी वह बेरोक-टोक जा ...

अध्याय

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