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इस बात का बहुत ही सुंदर आलंकारिक वर्णन कठोपनिषद् के प्रथमाध्या य की द्वितीयवल्ली में इस तरह किया गया है। जब कोई भला आदमी घोड़ागाड़ी पर चढ़ के पक्की सड़क के ...