दूसरा अध्याय

58 भाग

39 बार पढा गया

0 पसंद किया गया

इस बात का बहुत ही सुंदर आलंकारिक वर्णन कठोपनिषद् के प्रथमाध्या य की द्वितीयवल्ली में इस तरह किया गया है। जब कोई भला आदमी घोड़ागाड़ी पर चढ़ के पक्की सड़क के ...

अध्याय

×