गाते-गाते गान तुम्हारा

23 भाग

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गाते-गाते गान तुम्हारा जाने कब मैं बाहर निकली गान तुम्‍हारे ही गाते-- यह तो आज की नहीं, हाँ आज की बात नहीं। भूल गई हूँ जाने कब से चाहत तुम्‍हारी मन ...

अध्याय

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