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मैं अनेक वासनाओं को चाहता हूँ प्राणपण से मैं अनेक वासनाओं को चाहता हूँ प्राणपण से उनसे वंचित कर मुझे बचा लिया तुमने। संचित कर रखूंगा तुम्हारी यह निष्ठुर कृपा जीवन ...