कयामत #न ढाओ 🍁-------◆●••

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कयामत #न ढाओ -----------------------०●०0०● कैसी  थी रात अज़ाब की , क्या घड़ी आई  है कयामत की , कोई जीवन का मोल न समझे , क्या तोड़ मिले इस आफत की । ...

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