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दोहे द्वार तुम्हारे आ गई, मधुर बसंती मास। सभी बधाई दे रहे, पूर्ण तुम्हारी आस।। ध्यान किशोरी का धरो, नित्य पुकारो नाम। हृदय बसाओ श्याम को, तभी बनेंगे काम।। नवल बहारें ...